Wednesday, February 06, 2008

बापूजी का पावन सन्देश
प्रति वर्ष १४ फरवरी को मनाये मात्र - पितृ पूजन दिवस

कैसे मनाये मात्र - पितृ पूजन दिवस ?

इस दिवस बच्चे-बच्चियां माता - पिता को प्रणाम करे तथा माता - पिता अपने संतानों को प्रेम करे ! संतान अपने माता - पिता के गले लगे ! इससे वास्तविक प्रेम का विकास होगा ! बेटे बेटियाँ माता - पिता में ईश्वरीय अंश को देखे . बच्चे-बच्चियां माता - पिता का तिलक पुष्प आदि के द्वारा पूजन करे ! माता - पिता भी बच्चों को तिलक करे आशीर्वचन कहे !

बालक गणेश की पृथ्वी परिक्रमा , भक्त पुन्दालिक की मात्र - पितृ भक्ति , श्रवण कुमार की मात्र - पितृ भक्ति इन कथाओं का पठन करे अथवा कोई एक व्यक्ति कथा सुनाये और अन्य लोग श्रवण करे !

इस दिन बच्चे-बच्चियां पवित्र संकल्प करे : "मैं अपने माता - पिता और गुरुजनों का आदर करूँगा / करुँगी ! मेरे जीवन को महानता के रास्ते ले जाने वाली उनकी आज्ञाओं का पालन करना मेरा कर्त्यव्य है और मैं उसे अवश्य पूरा करुँगी / करूँगा ! नारायण नारायण नारायण , ॐ ॐ ॐ "

माता - पिता 'बाल संस्कार युवाधन सुरक्षा ' , 'तू गुलाब होकर महक ' , 'मधुर व्यवहार ' , इन पुस्तकों को अपने क्षमातानुरूप बांटे बंटवाये तथा तथा प्रतिदिन स्वयं पढ़ने का व बच्चों से पढ़ने का संकल्प लें !

मात - पिता प्रभु गुरु चरणों में प्रणवत बारम्बार , हम पर किया बड़ा उपकार ........
भूलो सभी को तुम मगर माँ - बाप को भूलना नही ........

No comments: