Friday, February 01, 2008

संत वचन - अमृत वाणी

मन के चाल-चलन को सतत देखें मन बुरी बात में जाने लगे तो उसके पेट में ज्ञान का छुरा भोंक दें । चौकीदार जागता है तो चोर कभी चोरी नहीं कर सकता । आप सजाग होंगे तो मन भी बिल्कुल सीधा रहेगा ।

- परम पूज्य लीलाशाहजी महाराज
~~~~~~~~~~*~~~~~~~~~~
जो ज्ञानयुक्त सेवा करता है वहा अवश्य सफल होता है रोज सुबह नींद में से उठके प्रभु की प्रीति पाने का शुभ संकल्प करो, अपने स्वास्थ्य की समस्याओं का समाधान खोजो और निर्णय करो की दो को हँसाऊँगा, दो के आंसू पोछूँगा

- परम पूज्य संत श्री आसारामजी बापू
~~~~~~~~~~*~~~~~~~~~~

No comments: