Thursday, August 30, 2007

ॐ नमो भगवते वासुदेवाय

ॐ ---- श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाईयाँ ---- ॐ

हर चित्त में बसेरा कर डाला रे गोपाला ,
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -2

कारागार में जन्म लियो है ,
सृष्टि पर उपकार कियो है ,
तूने खोल दिया हर एक ताला रे गोपाला
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -2

ग्वाल - बाल संग यमुना किनारे ,
खेलन गयो मोरे कृष्ण मुरारे ,
तूने कालिया मर्दन कर डाला रे गोपाला
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -2

ज़हर का प्याला राणा जी ने भेजा ,
पिया ज़हर मीरा ने ना सोचा ,

तूने
विष को अमृत कर डाला रे गोपाला
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -2

गोकुल पर जब विपदा पडी थी ,
सबकी निगाहें तुम पे गडी थी ,
तुने गोवर्धन ही उठा डाला रे गोपाला
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -2

“शुभ” को अपना दास बना लो ,
अन्तः करण में वास बना लो ,
तुझे अर्पण करूँ भाव माला रे गोपाला
तू अनेकों नाम रूपों वाला रे गोपाला
गोपाला – गोपाला , नन्द लाला -2


रचित द्वारा : अभिषेक मैत्रेय "शुभ"
९९९०३४८६६४

Friday, August 17, 2007

मधुराष्टकम [श्री वल्लभाचार्य जी विरचितम ]

Monday, August 13, 2007

ॐ श्री सतगुरु चरण कमलेभ्यो नमः

प्यारी हमारी गुरू पादुका ज्योत जगाने वाली है ,
महिमा गुरू चरणों की वेदों ने भी बखानी है ।

कृष्ण लला ने गुरू सांदिपनी के चरण पखारे थे ,
तीन लोक के राजा बने सबके ह्रदय दुलारे थे ,
हरि भी गुरू चरणों मे बैठे सत्य है ! नहीं कहानी है ,
महिमा गुरू चरणों की वेदों ने भी बखानी है ।

श्री राम जी को जग पूजे वो पूजे नित गुरू चरनन को ,
गुरू वाशिष्ठ की चरण पादुका रख ली नित - नित दर्शन को ,
मर्यादापुरुषोत्तम बन गए बात सभी ने जानी है ,
महिमा गुरू चरणों की वेदों ने भी बखानी है ।

ऐसे ही हम साधक मिल कर चरण वंदना गाते हैं ,
संत शिरोमणि बापूजी के आशीर्वचन को पाते हैं ,
सुने धरा और नभ के वासी ये "शुभ" वाणी है ,
महिमा गुरू चरणों की वेदों ने भी बखानी है ।

ॐ श्री सतगुरु चरण कमलेभ्यो नमः

रचित द्वारा : अभिषेक मैत्रेय "शुभ"
९९९०३४८६६४

Saturday, August 04, 2007