ॐ --: सखियाँ :- ॐ
********************
********************
सतयुग विष्णु त्रेता राम , द्वापर में घनश्याम
कलयुग में भव तारण , को अवतार श्री आसाराम
हरि हरि ॐ .......
मधु जैसे है मधुर वो , चित्त है बहुत विशाल
दया धर्म की मूर्ति वो , मेरे सद गुरू दीन दयाल
हरि हरि ॐ .......
No comments:
Post a Comment